दुनिया भर में अपने सामन की खरीददारी बढ़ाने के लिए नए नए ऑफर दिए जाते हैं, लेकिन कभी-कभी गिरावट भी हो जाती है। बढ़ते प्रदूषण और ग्लोबल वार्मिंग को देखते हुए दुनियाभर में इलेक्ट्रिक कारों को बढ़ावा दिया जा रहा है। इसके लिए कई देशों ने इलेक्ट्रिक वाहनों को समर्थन देने के लिए नीतियाँ बनाई हैं।
इन नीतियों में इलेक्ट्रिक वाहनों की खरीद पर कीमत में छूट और सब्सिडी सहित, ई-वाहन निर्माताओं के समर्थन की भी बात की गई है। हालांकि, इसके बावजूद कुछ देशों में इलेक्ट्रिक कारों के प्रति लोगों की उत्सुकता में कमी देखी जा रही है।
दक्षिण कोरिया में इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री में गिरावट
शुक्रवार को जारी हुई मार्केट रिपोर्ट के मुताबिक, दक्षिण कोरिया में पहली तिमाही में इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री में 25 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई, जबकि गैसोलीन हाइब्रिड मॉडल की बिक्री में 46 फीसदी की तेजी आई है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, जनवरी से मार्च तक इलेक्ट्रिक वाहनों का रजिस्ट्रेशन पिछले साल की इसी तिमाही की तुलना में 34,186 से गिरकर 25,550 तक आ गया। यह पहली बार है जब इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री में तेज गिरावट दर्ज की गई है।
प्रतिपक्ष में, पहली तिमाही में गैसोलीन हाइब्रिड वाहन की बिक्री एक साल पहले के 68,249 से बढ़कर 99,832 इकाई हो गई। हालांकि, मार्च तिमाही में गैसोलीन से चलने वाले वाहनों की बिक्री एक साल पहले के 2,41,742 से 19 प्रतिशत गिरकर 1,96,472 इकाई रह गई।
डीजल कारों की भी बिक्री में गिरावट
वहीं, डीजल कारों की मांग में भी गिरावट देखी गई है, जहाँ डीजल कार की बिक्री में 56 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है। उद्योग से जुड़े विशेषज्ञों ने अनुमान लगाया है कि ऊंची कीमतों की वजह से इलेक्ट्रिक वाहन की बिक्री पूरे वर्ष सुस्त रह सकती है।
हाल ही में इलेक्ट्रिक कारों में आग लगने के मामलों से लोग चिंतित हैं। दक्षिण कोरिया में साल 2020 और 2021 के दौरान पार्किंग या चार्जिंग में लगे इलेक्ट्रिक कारों में आग लगने के कई मामले सामने आए थे। कुछ महीने पहले, हुंडई मोटर ने 13 इलेक्ट्रिक क्रॉसओवर वाहनों में आग लगने के बाद वैश्विक स्तर पर बेची गई 77,000 से अधिक कोना ईवी को वापस बुला लिया था। हालांकि, बैटरी निर्माता ने बैटरियों में गड़बड़ी से साफ़ इनकार किया था।
इसके अलावा, इलेक्ट्रिक कारों को चार्ज करने के लिए चार्जिंग स्टेशनों की कमी भी बड़ी मुसीबत बन रही है। इलेक्ट्रिक कारों की अधिक कीमत और वाहन लोन पर बढ़ती ब्याज दरें भी इलेक्ट्रिक कारों की बिक्री में बाधा बन रही है। वहीं, लोग चीन में बनी इलेक्ट्रिक कारों की क्वालिटी को लेकर भी विरोध जाता रहे हैं।
कुछ महीने पहले दक्षिण कोरिया में इलेक्ट्रिक कारों पर सब्सिडी को कम किया गया था, जिसका सबसे बड़ा असर टेस्ला की इलेक्ट्रिक कारों की सेल पर दिखा। दुनियाभर में सबसे ज्यादा इलेक्ट्रिक कार बेचने वाली कंपनी टेस्ला ने जनवरी 2024 में दक्षिण कोरिया में केवल 1 कार बेच पाई थी।