कैलिफोर्निया की Infinium (इंफीनियम) ने एक ऐतिहासिक कदम उठाया है जिसके माध्यम से दुनिया में पहली ई-ईंधन निर्माता कंपनी बनने का सपना साकार हो सकता है। इस कंपनी ने कार्बन डाइऑक्साइड का उपयोग करके औद्योगिक स्तर पर ईंधन उत्पादित किया है। अनुमान किया जाता है कि इस कारण से, इस कंपनी की प्लांट, जो कि टेक्सास के कॉर्पस क्रिस्टी में स्थित है, दुनिया की पहली ऐसी प्लांट बन सकती है जो इस प्रकार के ईंधन का उत्पादन करेगी।
ऊर्जा की नई तकनीक
Infinium की तकनीक में हवा और सौर से प्राप्त ऊर्जा का उपयोग किया जाता है ताकि पानी को हाइड्रोजन और ऑक्सीजन में बदला जा सके। यह एक प्रभावी प्रक्रिया है जो न केवल ऊर्जा संशोधन करती है बल्कि कार्बन डाइऑक्साइड को भी उपयोग में लाकर पर्यावरण को स्वच्छ बनाती है।
इस प्रक्रिया में, हाइड्रोजन को एक रिएक्टर में भेजा जाता है जहां यह कार्बन डाइऑक्साइड के साथ मिल जाता है। इस प्रक्रिया में उत्प्रेरक और रासायनिक प्रतिक्रियाएं शामिल होती हैं। फिर इसे सिंथेटिक ईंधन में बदल दिया जाता है जिसमें गुण फॉसिल फ्यूल के जैसे होते हैं।
Infinium लगभग 8,300 लीटर इलेक्ट्रोफ्यूल या ई-ईंधन का उत्पादन करती है और इसे पूरे अमेरिका में वितरित करती है। इसका मुख्य लक्ष्य स्वच्छ ईंधन की उपलब्धता बढ़ाना है, जो पर्यावरण को हानि पहुंचाने के बजाय उसे संरक्षित रखेगा।
बिल गेट्स का समर्थन
माइक्रोसॉफ्ट के संस्थापक बिल गेट्स ने भी Infinium को समर्थन दिया है। उन्होंने इस तकनीक की महत्वपूर्णता को समझते हुए इसे उत्पन्न करने वाले इनोवेटर्स का समर्थन किया है। उन्होंने ब्लॉग पोस्ट में इस पर कुछ शब्द कहे थे और इसे स्वागत किया था क्योंकि यह एक साफ ऊर्जा की दिशा में कदम है।
इस तकनीक का उपयोग न केवल गाड़ियों में हो सकता है, बल्कि विमानों और जहाजों में भी। इससे आपको वायुयान यात्रा के दौरान भी साफ ऊर्जा का लाभ मिल सकता है, जो पर्यावरण के लिए एक बड़ा कदम होगा।
इस प्रौद्योगिकी के साथ, Infinium ने एक नया द्वार खोला है जो न केवल ऊर्जा संशोधन करता है बल्कि पर्यावरण को भी स्वच्छ रखता है। यह एक महत्वपूर्ण कदम है जो हमारे भविष्य को सुरक्षित और स्वस्थ बनाने में मदद कर सकता है।