भारतीय अर्थव्यवस्था की तेजी- भारत की अर्थव्यवस्था में एक बड़ी बदलाव की खबर आई है। एशियाई विकास बैंक (ADB) ने भारत के लिए चालू वित्त वर्ष 2024-25 के लिए सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर का अनुमान सात प्रतिशत कर दिया है। इससे पहले उसने वृद्धि दर 6.7 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया था।

एडीबी के अनुसार, सार्वजनिक और प्राइवेट सेक्टर की निवेश और उपभोक्ता मांग से इकोनॉमी में तेजी देखने को मिलेगी। इससे भारत एशिया और प्रशांत क्षेत्र में एक मुख्य ग्रोथ इंजन बनेगा।
भारत बनेगा लीडर
एडीबी के एक अधिकारी ने कहा कि भारत, एशिया तथा प्रशांत क्षेत्र में एक मुख्य ग्रोथ इंजन बना रहेगा। वित्त वर्ष 2025-26 के लिए एडीबी ने भारत की वृद्धि दर 7.2 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया है।
वित्त वर्ष 2023-24 और वित्त वर्ष 2024-25 में नरमी के बावजूद वृद्धि मजबूत रहेगी। हालांकि, वित्त वर्ष 2024-25 का वृद्धि अनुमान 2022-23 वित्त वर्ष के अनुमानित 7.6 प्रतिशत से कम है।
भारतीय अर्थव्यवस्था का अद्यतन
एडीबी के कंट्री डायरेक्टर मियो ओका ने कहा कि ‘वैश्विक प्रतिकूल परिस्थितियों के बावजूद भारत अपनी मजबूत घरेलू मांग तथा सहायक नीतियों के बल पर सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था बना हुआ है।’
एशियाई विकास बैंक की भूमिका
एशियाई विकास बैंक (ADB) की स्थापना 1966 में हुई थी। एडीबी एक समृद्ध, समावेशी, जुझारू व टिकाऊ एशिया तथा प्रशांत क्षेत्र बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। इसके 68 सदस्य देश हैं, जिनमें से 49 एशिया और प्रशांत क्षेत्र से हैं।
आखिरकार, भारतीय अर्थव्यवस्था ने एक उदाहरण साबित किया है कि सही नीतियों और सकारात्मक उत्प्रेरण के साथ अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाया जा सकता है। इस बदलाव के साथ, भारत एक नई ऊर्जा के साथ आगे बढ़ रहा है और अपने गरीबी उन्मूलन के लक्ष्य की ओर अग्रसर हो रहा है।