Zomato हुआ Red से Green– Zomato के सीईओ दीपिंदर गोयल की तरफ से शाकाहारी ग्राहकों के लिए नई सर्विस की घोषणा के बाद, सोशल मीडिया पर बवाल मच गया। गोयल ने ट्वीट करते हुए कहा कि उन्हें इस फैसले की अपेक्षा नहीं थी।
हाल ही में Zomato ने ‘प्योर वेज कस्टमर्स’ के लिए एक नई सर्विस लांच की थी, जिसमें डिलीवरी पार्टनर्स हरे रंग के कपड़े पहनकर शाकाहारी ग्राहकों को खाना पहुंचाते थे। लेकिन इस फैसले ने सोशल मीडिया पर अफवाहें उड़ा दी।
गोयल के फैसले के खिलाफ बड़ी संख्या में उपयोगकर्ताओं ने विरोध जताया। कई लोगों का कहना है कि ऐसी सर्विसेज लॉजिकल नहीं हैं और वे इसे समर्थन नहीं करते।
जोमैटो की यू-टर्न
इस विवाद के बाद, Zomato ने अपना फैसला वापस ले लिया। कंपनी ने कहा कि उन्हें इस फैसले की प्रतिक्रिया का ऐहसास नहीं था और वे पिछले तरीके से ही डिलीवरी पार्टनर्स को लाल कपड़े पहनने का निर्देश देंगे।
Zomato की नई सर्विस के लिए उपयोगकर्ताओं के विरोध ने यह दिखाया कि सर्विसेज को लांच करने से पहले उनकी प्राथमिकताओं को महत्व देना आवश्यक है। अब जोमैटो को इस दिशा में अधिक सावधानी बरतने की आवश्यकता है ताकि वे अपने उपयोगकर्ताओं के भरोसे को नष्ट न करें।
Zomato की नई सर्विस के लिए उपयोगकर्ताओं के विरोध ने यह दिखाया कि सर्विसेज को लांच करने से पहले उनकी प्राथमिकताओं को महत्व देना आवश्यक है। अब जोमैटो को इस दिशा में अधिक सावधानी बरतने की आवश्यकता है ताकि वे अपने उपयोगकर्ताओं के भरोसे को नष्ट न करें।
जनता की राय को महत्वपूर्ण मानते हुए, कंपनी को अपनी सर्विसेज को अनुकूलित करने के लिए उचित कदम उठाने चाहिए। यह एक महत्वपूर्ण संदेश है कि आधुनिक व्यवसायों को अपने उपयोगकर्ताओं की प्रतिक्रिया का सम्मान करना चाहिए, जो एक सफल और साथ में चलने वाले व्यवसाय की नींव होते हैं।
इंतज़ार में
जोमैटो के इस घटनाक्रम के बाद, उपयोगकर्ताओं के द्वारा उनकी नई सर्विस को नकारा जाना गया है। कंपनी अब उपयोगकर्ताओं के अनुसार अपनी सेवाओं को बदलने और सुधारने की कोशिश कर रही है। हाल ही में Zomato की प्रतिक्रिया के बाद, उन्होंने नई सर्विस को स्थगित कर दिया है, और वे उपयोगकर्ताओं के प्रतिक्रिया का इंतजार कर रहे हैं। यह इस घटना से साफ है कि आधुनिक कंपनियाँ अपने उपयोगकर्ताओं की आवश्यकताओं और प्राथमिकताओं का सम्मान करती हैं।