मलयालम सुपरस्टार पृथ्वीराज सुकुमारन इस समय काफी सुर्खिया बटोर रहे हैं क्योंकि उनकी नयी मूवी “द गोट लाइफ: आडुजीवितम” 28 मार्च को दुनियाभर में सिनेमाहॉल में रिलीज़ होने वाली है अभी उनकी फिल्म का ट्रेलर लांच हुआ जिसे देख लोगो ने उनकी लुक और एक्टिंग की वाह वाह करना शुरू कर दी पृथ्वीराज सुकुमारन ने साउथ के सुपरस्टार प्रभास के साथ सलार में आग लगा दी थी अब फैंस उनकी इस फिल्म का बेशब्री से इंतज़ार कर रहे हैं

सच्ची घटना पर आधारित साउथ की मूवी को बनने में लगे 16 साल
मलयालम सुपरस्टार पृथ्वीराज सुकुमारन की सर्वाइवल एडवेचर फिल्म ‘द गोट लाइफ: आडुजीवितम’ 28 मार्च वर्ल्डवाइड रिलीज होने जा रही है। इस फिल्म का आधार मलयालम साहित्य के प्रसिद्ध उपन्यास ‘आडुजीवितम’ पर है, जो ब्लेसी द्वारा लिखा गया था।
Aadujeevitham Release Date 28 March
फिल्म में पृथ्वीराज सुकुमारन और अमला पॉल जैसे अभिनेता नजर आएंगे। इसकी संगीत एआर रहमान ने दी है। फिल्म को हिंदी, मलयालम, तमिल, तेलुगु, और कन्नड़ भाषा में रिलीज किया जाएगा। फिल्म की शूटिंग के लिए 20 ऊंट और 250 भेड़ों का इंतजाम सऊदी अरब से किया गया था, जबकि शूटिंग को अल्जीरिया और जॉर्डन में अंजाम दिया गया था।
“AADUJEEVITHAM: The Goat Life” के कलाकार पृथ्वीराज ने कहा, “यह फिल्म लगभग 16 वर्षों की यात्रा है. निर्देशक ब्लेसी 2008 में मेरे पास आए और कहा, ‘आपको नजीब की भूमिका निभानी चाहिए.’ यह तथ्य कि उन्होंने एक फिल्म पर 16 साल बिताए, उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है. 2009 में इस फिल्म को करने का निर्णय लेने के बाद इसकी शूटिंग शुरू होने में दस साल लग गए क्योंकि तब मलयालम सिनेमा में ज्यादा सुविधाएं नहीं थीं. “
पृथ्वीराज आगे कहते हैं, “कहानी तीन या चार साल से रेगिस्तान में फंसे एक आदमी के जीवन के बारे में है. फिल्म की शुरुआत में मेरा वजन बहुत बढ़ गया. केरल में शूटिंग पूरी करने के बाद, उन्होंने सात या आठ महीने के लिए शूटिंग बंद कर दी. प्लेसी ने मुझे वजन कम करने का समय दिया.”
“फिर हम 2020 में जॉर्डन गए और शूटिंग शुरू की. लेकिन शूटिंग के कुछ ही दिन बाद पूरी टीम वहीं फंस गई और कोरोना के कारण तीन महीने तक शूटिंग नहीं कर पाई. उसके बाद हमें नहीं पता कि शूटिंग दोबारा शुरू होगी या नहीं. दो साल बाद हमें परमिशन मिली और हम सभी एक साथ मिलकर शूटिंग के लिए अल्जीरिया, सहारा रेगिस्तान गए. फिर हम जॉर्डन गए. फिर हम केरल आए.”
“2022 से फिल्म के पोस्ट-प्रोडक्शन काम में डेढ़ साल लग गए. 2008 में जब मैंने इस फिल्म के लिए ओके कहा था तब मेरी शादी नहीं हुई थी और उस समय मेरे पास निर्माता या वितरक के रूप में कोई चेहरा नहीं था. अब सिनेमा खासकर मलयालम सिनेमा के लिए स्थिति अच्छी है.”
फिल्म के डायरेक्टर ब्लेसी ने कहा, “मैंने पिछले 20, 25 साल में रहमान सर जैसा आदमी नहीं देखा। क्योंकि जब मैंने यह कहानी शुरू की, तो मेरे पास कोई नहीं था. बड़ी प्रोडक्शन कंपनी या कुछ भी. पृथ्वीराज अब मेरे छोटे भाई जैसे हैं. जैसा कि उन्होंने कहा, इन 16 साल में उन्होंने शादी, बच्चा, प्रोड्यूसर जैसी कई चीजें देखी हैं. लेकिन वह अब भी उतने ही जुड़े हुए हैं जितने तब थे जब फिल्म शुरू हुई थी.”
डायरेक्टर आगे बताते हैं, ” हमारे दक्षिण भारत में कई लोग सऊदी और कुवैत जैसी कई जगहों पर गए हैं और कष्ट सहे हैं. उपलब्धियों और समझ ने पैसा कमाया है. ये फिल्म ऐसे तमाम लोगों से जुड़ी होगी. कहानी यह है कि हम अपने जीवन में चाहे कितनी भी कठिनाई और तनाव का सामना करें, अगर हमारे अंदर थोड़ा विश्वास है, तो हम निश्चित रूप से अपने जीवन में सफलता देख सकते हैं.”