2024 की अप्रैल माह धरा पर धर्म और आध्यात्मिकता के उत्कृष्टता को चिरंजीवी बनाने का वायदा लेकर आया है। धर्म और परंपरा के इस महान सफर में, पापमोचनी एकादशी एक ऐसा महत्वपूर्ण पटरी है जो हमें पापों से मुक्ति की दिशा में अग्रसर करती है।
Ekadashi 2024
पापमोचनी एकादशी को 5 अप्रैल 2024 को मनाया जाएगा। इस दिन, व्रत करने वालों को अपने मन, वचन, और कर्मों को शुद्ध रखने का विशेष महत्व दिया जाता है। वेदों में इस एकादशी को पापों का नाश करने वाला और धर्म की रक्षा करने वाला माना जाता है। यह एकादशी श्रीहरि और माँ लक्ष्मी के आशीर्वाद को प्राप्त करने का अवसर प्रदान करती है।
Ekadashi Kab Hai 2024
जैसा कि हिंदू पंचांग के अनुसार है, फाल्गुन मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी 20 मार्च 2024 को शुरू होगी और 21 मार्च 2024 को समाप्त होगी। इसलिए, उदया तिथि के हिसाब से पापमोचनी एकादशी का व्रत 20 मार्च को ही आचरण किया जाएगा।
पापमोचनी एकादशी को धर्म और साधना का महत्वपूर्ण अवसर माना जाता है। यह एकादशी भगवान विष्णु के उपासना और भक्ति का विशेष दिन है। इस दिन को पूर्णता के साथ बिताने से व्यक्ति को पापों से मुक्ति मिलती है और उनका जीवन समृद्धि और सुख से भर जाता है।
पापमोचनी एकादशी के व्रत में लोग नियमित रूप से उपवास करते हैं और भगवान विष्णु की पूजा अर्चना करते हैं। इस दिन अन्न, मांस, और अशुभ भोजन से बचना चाहिए। व्रत के दौरान भगवान का भजन-कीर्तन किया जाता है और ध्यान लगाया जाता है।
पापमोचनी एकादशी का अद्वितीय महत्व है। इस दिन को विशेष धार्मिक उत्सव के रूप में मनाया जाता है जिसमें लोग व्रत और पूजा के साथ ही धार्मिक कार्यक्रमों में भाग लेते हैं। यह दिन अपने आप में एक पवित्रता का महसूस कराता है और लोगों को सात्विक बनाता है।
April 2024 Mein Ekadashi Kab Hai
पापमोचनी एकादशी का समापन 5 अप्रैल, 2024 को दोपहर 01 बजकर 28 मिनट पर होगा। पारण का समय 6 अप्रैल, 2024 को सुबह 05 बजकर 36 मिनट से लेकर दोपहर 08 बजकर 05 मिनट तक होगा।
धरा के हर कोने में एकादशी के इस आनंद और धर्म के उत्कृष्टता के महोत्सव को मनाने के लिए लोग तैयार हैं। इस पवित्र अवसर पर, हम सभी को अपने जीवन में धर्म और भक्ति की दिशा में अग्रसर होने का संकल्प लेना चाहिए। इस एकादशी के महत्वपूर्ण उत्सव को समर्पित करते हुए, हम अपने जीवन को शुभ और समृद्धि से भरने का संकल्प करते हैं।