हाल ही में रसोइयों के एक ग्रुप ने मिलकर एक अद्वितीय कारनामा किया है। वे 123 फीट लंबा डोसा बनाकर विश्व रिकॉर्ड को अपने नाम किया है। यह बेंगलुरु के एमटीआर फैक्ट्री में हुआ था, जहां 75 शेफ ने मिलकर इस अनोखे पर्याय को साकार किया।
रसोई की कहानी
भारतीय रसोईघर का आधार है विविधता और उत्कृष्टता। डोसा, एक पॉपुलर साउथ इंडियन डिश, ने एक बार फिर से दुनिया को हिला दिया है। डोसा एक मास्टरपीस है, जो अपने स्वाद और सेहतमंद गुणों के लिए प्रसिद्ध है।
दुनिया का सबसे बड़ा डोसा
डोसा का यह नया रूप, जो 123 फीट लंबा है, उसने वर्ल्ड रिकॉर्ड को अपने नाम किया है। यह महान कारनामा एमटीआर फूड्स और लोर्मन किचन इक्विपमेंट्स द्वारा अपनी 100वीं एनिवर्सरी के अवसर पर किया गया।
एमटीआर फूड्स और लोर्मन किचन इक्विपमेंट्स ने अपनी 100वीं एनिवर्सरी के सम्मान में इस काम किया, जिन्होंने अब तक के सबसे बड़े डोसे का गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स खिताब अपने नाम कर लिया है।
मेहनत और संघर्ष का परिणाम
यह कारनामा बीते 15 मार्च को बेंगलुरु के एमटीआर फैक्ट्री में 75 शेफ ने मिलकर किया। इसे बनाने के दौरान वो 110 बार असफल हुए थे, बावजूद इसके कड़ी मेहनत से उन्होंने गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी अपना नाम दर्ज करवा ही लिया।
सोशल मीडिया पर धमाल
बेंगलुरु में बनाया गया 123 फुट का डोसा सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है। एक बड़े शेफ रेगी मैथ्यू ने अपने अकाउंट से इस वीडियो को शेयर किया है।
कहते हैं, सफलता की उस राह में मुश्किलें आना स्वाभाविक हैं। इस डोसे को बनाने के दौरान, रसोइयों को 110 बार असफल होना पड़ा। लेकिन उन्होंने अपनी मेहनत और लगन से निरंतरता बनाए रखी और अपने लक्ष्य को हासिल किया।
यह अनोखा कारनामा सिर्फ रसोइयों का ही नहीं, बल्कि भारतीय खाने की धारा का प्रतिनिधित्व करता है। इससे साबित होता है कि हमारे पास असीमित संभावनाएं हैं और हमें अपने सपनों को हासिल करने के लिए सिर्फ निरंतर प्रयास करते रहना चाहिए।
यह दुनिया का सबसे बड़ा डोसा न केवल भोजन का एक विशेष रूप है, बल्कि एक प्रेरणास्त्रोत भी है। हमें सिखाता है कि हमारे सपनों को हासिल करने के लिए हमें कितना प्रयास करना पड़ता है।