विधानसभा चुनाव के परिणामों के बाद, अब देश की जनता को लोकसभा चुनाव की तारीख का इंतेजार है। देशभर में लोकसभा चुनाव 2024 की तैयारी चल रही है, और यह विषय काफी चर्चा में है कि Lok Sabha Election Date क्या होगी?
Lok Sabha Election Date 2024
लोकसभा चुनाव 2024 के आयोजन के लिए मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने घोषणा की है। उन्होंने बताया कि चुनाव के सात चरण होंगे, जिनमें पहला चरण 19 अप्रैल को होगा। दूसरा चरण 26 अप्रैल, तीसरा चरण 7 मई, चौथा चरण 13 मई, पांचवा चरण 20 मई, छठा चरण 25 मई, और सातवा चरण 1 जून को होगा।
इसके अलावा, आंध्र प्रदेश और ओडिशा में विधानसभा चुनाव 13 मई को होगा। अरुणाचल प्रदेश और सिक्किम में मतदान 19 अप्रैल को होगा और वोटों की गिनती 4 जून को होगी।
इस बार कुछ नए और विशेष प्रावधान हैं। मतदान आयोग ने घोषणा की है कि 85 वर्ष से अधिक उम्र के मतदाताओं के लिए घर-घर मतदान की सुविधा होगी। जो लोग 85 वर्ष से अधिक उम्र के हैं और जिनकी विकलांगता 40% से अधिक है, उन्हें मतदान के लिए घर पहुंचाया जाएगा।
पहले चरण में 102 सीटों पर वोटिंग होगी, दूसरे चरण में 89 सीटों पर, तीसरे चरण में 94 सीटों पर, चौथे चरण में 96 सीटों पर, पांचवे चरण में 49 सीटों पर, छठे चरण में 57 सीटों पर, और सातवे चरण में 57 सीटों पर वोटिंग होगी।
इस तरह, लोकसभा चुनाव 2024 की तारीखें और महत्वपूर्ण प्रावधानों के साथ देश में चुनावी माहौल तैयार हो चुका है। नागरिकों को मतदान के लिए तैयार रहना चाहिए और अपने मत का उपयोग देश के भविष्य के निर्माण में करना चाहिए।
जानिए कब से शुरू होंगे लोकसभा के इलेक्शन
लोकसभा चुनाव को लेकर चर्चाएं तेज़ हो रही हैं, जिसमें अब तक इसे लेकर विवाद भी है। लेकिन चुनाव आयोग ने अंततः इसके आयोजन की तारीखों का ऐलान कर दिया है। विश्वसनीय सूत्रों के मुताबिक, लोकसभा चुनाव 19 अप्रैल से 7 चरणों में विभाजित होकर 4 जून को अपने नतीजों की घोषणा करेगा।
पहले चरण में 19 अप्रैल को 21 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की 102 सीटों पर वोटिंग होगी। इसके बाद, दूसरे, तीसरे, चौथे, पांचवें, छठे और सातवें चरण में भी वोटिंग की जाएगी, जो अप्रैल से जून तक के दौरान होंगे।
- पहला चरण: 19 अप्रैल
- दूसरा चरण: 26 अप्रैल
- तीसरा चरण: 7 मई
- चौथा चरण: 13 मई
- पांचवां चरण: 20 मई
- छठा चरण: 25 मई
- सातवां चरण: 1 जून
- नतीजे का ऐलान: 4 जून
अगर हम पिछले लोकसभा चुनाव की बात करें तो 2014 और 2019 में भी चुनाव अप्रैल-मई में ही हुए थे। इससे स्पष्ट होता है कि 2024 के चुनाव भी इसी माह में होंगे।
चुनाव आयोग ने इस बार कुछ नई चिंताओं को उठाया है, जैसे कि शिक्षा और परीक्षाओं के समय वोटिंग का असर, गेहूं कटाई के समय किसानों का ब्योरा, और अन्य तत्व। इन सभी मुद्दों पर ध्यान देते हुए, चुनाव आयोग ने इस बार तारीखों की घोषणा की है। जिसे समय रहते समझा जा सके और सभी आवश्यक आयोजन को सुनिश्चित किया जा सके।
चुनाव आयोग ने विभिन्न राज्यों का दौरा किया और उसके आधार पर इस तैयारी की गई है। इस पूरे प्रक्रिया में सावधानी और व्यवस्थितता का ध्यान रखा गया है, ताकि लोकतंत्र की इस महापर्व में कोई भी कमी न आए।