मिसा भारती, जिन्हें राजद सुप्रीमो लालू यादव की बेटी के रूप में पहचाना जाता है, हाल ही में एक बड़ा बयान देकर समाज की धारा में चर्चा का विषय बनीं। उन्होंने कहा कि यदि विपक्ष-नेतृत्व वाली इंडिया गठबंधन सत्ता में आता है, तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत बीजेपी के कई नेता जेल में होंगे। इस वक्तव्य ने राजनीतिक दलों के बीच उत्सुकता और विवाद को उजागर किया है, साथ ही समाज में राजनीतिक संकट को भी झलकाया है।
Misa Bharti On Modi
मिसा भारती, राजद सुप्रीमो लालू यादव की बेटी और पटना से राजद कैंडिडेट, हाल ही में लोकसभा चुनाव को लेकर एक बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि यदि विपक्ष-नेतृत्व वाली इंडिया गठबंधन सत्ता में आता है, तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत बीजेपी के कई नेता जेल में होंगे।
मिसा भारती के इस बयान ने बीजेपी और राजद नेताओं के बीच जुबानी जंग जगा दी है। अब राजद नेता और लालू प्रसाद यादव की बेटी मिसा भारती ने बीजेपी और प्रधानमंत्री मोदी पर तीखा हमला बोला है।
मिसा भारती ने कहा हमारी सरकार आई तो प्रधानमंत्री समेत सभी बीजेपी नेता जेल में होंगे
मिसा भारती ने कहा, “अगर चुनाव के बाद इंडिया लॉक को जनता ने मौका दिया तो प्रधानमंत्री समेत सारे बीजेपी नेता जेल के अंदर होंगे।” उन्होंने मोदी के इंडिया लॉक पर मुमताज करने से संबंधित सवाल का जवाब देते हुए कहा, “जो इंडिया गठबंधन है, वह 30 लाख रोजगार दे रहा है, है, उसमें उनको तुच्छ किया जा रहा है। है, सानों की आय हम दोगुनी करने की बात कर रहे हैं, एमएसपी लागू करने की बात कर रहे हैं, वह तुच्छ है? आज बेटे की ए वोट मांगने गए थे, यों नहीं पावरवाद पर बोलते हैं? मुंह बंद हो गया प्रधानमंत्री जी का? इलेक्टोरल बॉंड पर कौन जवाब देगा?”
राजद की राज्यसभा सांसद मिसा भारती ने आगे कहा, “वह (प्रधानमंत्री) जब आते हैं, वह हमारे पावर पर आरोप लगाते हैं, भ्रष्टाचार का, जानते हैं ताना बड़ा भ्रष्टाचार है? अगर देश की जनता ने कहीं हमें मौका दिया इंडिया गठबंधन को, तो उन प्रधानमंत्री से लेकर उनके भी भाजपा नेता हैं वह जेल के अंदर बंद होंगे।”
मिसा भारती के इस बयान से राजनीतिक दलों के बीच हंगामा मच गया है। उन्होंने अपने वक्तव्य में विपक्ष के स्थानीय मुद्दों को उजागर किया है और बीजेपी और प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधा है।
यह हर दल की राजनीतिक रणनीति का हिस्सा है कि उन्हें विपक्षी दलों के सामने आकर्षक और प्रभावशाली दिखने के लिए सामान्य जनता को उत्तेजित किया जाता है। इस प्रकार के बयान दिये जाते हैं ताकि राजनीतिक दलों का आकर्षण बढ़े और उनका पक्ष जनता के बीच अधिक स्पष्ट हो।
अंत में, यह बयान दिखाता है कि राजनीतिक दलों के बीच चुनावी रंगभेद बढ़ रहा है और उन्हें एक दूसरे पर आरोप लगाने की प्रवृत्ति बढ़ रही है। इससे निकलने का रास्ता संवेदनशीलता और सहयोग का है, न कि आरोपों और घातक बयानों का। राजनीतिक दलों को सार्वजनिक हित में विचार करना चाहिए और जनता की आशाओं को पूरा करने के लिए एकजुट होकर काम करना चाहिए।