भारतीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के पति परकला प्रभाकर ने एक तेजी से वायरल हो रहे वीडियो में एक चेतावनी दी है। उन्होंने कहा है कि यदि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक बार फिर से राजनीतिक सत्ता में आते हैं, तो देश में फिर कभी चुनाव नहीं होंगे।
Nirmala Sitharaman Husband on Modi
निर्मला सीतारमण के पति और अर्थशास्त्री परकला प्रभाकर ने एक चेतावनी दी है जिसमें उन्होंने देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बारे में अपनी राय दी है। उन्होंने कहा कि यदि मोदी एक और कार्यकाल के लिए लौटे तो देश में कोई चुनाव नहीं होगा। इसके अलावा, उन्होंने उनके फिर से सत्ता में आने के मामले में चेतावनी भी दी, कहते हुए कि यदि ऐसा हुआ तो देश का संविधान और नक्शा पूरी तरह बदल जाएगा।
निर्मला सीतारमण के पति ने मोदी के बारे में क्या कहा
प्रभाकर ने कहा कि यदि मोदी दोबारा सत्ता में आते हैं, तो देश का संविधान और नक्शा पूरी तरह से बदल जाएगा। वे कहते हैं, “आप इसको पहचान भी नहीं पाएंगे।” प्रभाकर ने धर्म संसद द्वारा की गई कुछ नफरत भरी टिप्पणियों का भी जिक्र किया। उनके अनुसार, 2024 के बाद लाल किले से ऐसी नफरत भरी टिप्पणियां सुनने को मिलेंगी। उन्होंने कहा, “मोदी खुद लाल किले से नफरत भरा भाषण देंगे।”
प्रभाकर ने कहा कि यह चुपचाप या सूक्ष्मता से नहीं किया जाएगा – “नफरत वाले भाषण खुला खेल होंगे।” उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि मणिपुर में हो रही घटनाएं भारत के किसी भी हिस्से में हो सकती हैं।
Nirmala Sitharaman Husband Statement
कांग्रेस ने प्रभाकर के बयान को जोरदार तरीके से वायरल किया है। यह नहीं पहली बार है जब प्रभाकर ने मोदी सरकार पर आलोचना की है। चाहे वो चुनावी मुद्दे हों या देश की इकोनॉमी, प्रभाकर ने मोदी सरकार को घेरा है।
प्रभाकर ने नोटबंदी, महंगाई, बेरोजगारी जैसे मुद्दों पर सरकार को कई बार घेरा है। वे निर्मला सीतारमण द्वारा संभाली जाने वाली अर्थव्यवस्था पर भी आलोचना करते हैं।
इस प्रकार, प्रभाकर के बयान ने राजनीतिक दलों के बीच खड़ा किया है एक नया मुद्दा। वे नहीं सिर्फ निर्मला सीतारमण के पति हैं, बल्कि उनकी बयानबाज़ी भारतीय राजनीति को भी आधुनिकता और गंभीरता के साथ देखने को मजबूर कर रही है।
प्रभाकर प्रभावी राजनीतिक बयानबाज़ी का परिचय देते हुए कहते हैं कि उन्होंने निरंतर बीजेपी सरकार के नीतियों और कार्यक्षमता पर सवाल उठाए हैं। उनके वक्तव्यों में आई सटीकता और विश्लेषण ने उन्हें राजनीतिक दलों की दिलचस्पी का केंद्र बना दिया है।
प्रभाकर ने सरकारी नीतियों के समीक्षण में अपनी समर्थनीयता और समीक्षा करने की क्षमता प्रकट की है। उन्होंने नोटबंदी, जीएसटी, बेरोजगारी और आर्थिक मंदी के मुद्दों पर सुनिश्चित रूप से अपनी राय रखी है।
प्रभाकर का नेतृत्व और उनका आलोचनात्मक दृष्टिकोण अन्य राजनीतिक नेताओं को भी प्रेरित करता है। उनके विचार और उनकी दृष्टिकोण से नेताओं को समाज में जागरूकता और जिम्मेदारी के प्रति जागरूक करने का संदेश मिलता है।
प्रभाकर के बयानों के माध्यम से समाज में जागरूकता फैलाई जा रही है। उनके संवेदनशील और गंभीर वक्तव्यों ने लोगों को सरकार की नीतियों के प्रति चेतावनी दिलाई है।
इस प्रकार, प्रभाकर के बयानों ने न केवल निर्मला सीतारमण के पति के रूप में उनकी पहचान को मजबूत किया है, बल्कि उन्होंने राजनीतिक मंच पर एक नया दृष्टिकोण भी प्रस्तुत किया है। उनके वक्तव्यों में शीर्षक वाली राजनीतिक चर्चाएं और सार्थक विचारधारा नए उच्चायों की ओर अग्रसर हो रही हैं।