भारतीय राजनीति की चरणधारा दिनों-दिन बदलती है। इस बदलाव का एक प्रमुख चरण दौसा, राजस्थान में आज दिख रहा है, जहां प्रधानमंत्री का एक विशेष रोड शो आयोजित किया जा रहा है। इस उत्सव के आगामी महत्वपूर्ण घटना को संबोधित करते हुए, इस लेख में हम इस विशेष प्रस्ताव के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे।
Pm Narendra Modi Road Show:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम पर झूम उठी भारतीय जनता पार्टी की भीड़ ने चेन्नई के दिल में जश्न मनाया। चेन्नई के केंद्र में स्थित त्यागराय रोड (पोंडी बाजार) पर मोदी जी के रोड शो में संगीत, नृत्य, और ‘मोदी-मोदी’ के नारे गूंज रहे थे। यहां जुटी भाजपा के कार्यकर्ता ने अपने नेता का स्वागत किया, जो 9 अप्रैल को लोकसभा चुनाव में उम्मीदवारों के समर्थन में रोड शो की आयोजन किया था।
टी. नगर में पनागल पार्क के पास मोदी जी के जयकारे के साथ रोड शो का आगाज़ हुआ। भाजपा और उसके सहयोगियों के साथ-साथ बड़ी संख्या में जनता भी यहां उपस्थित थी, खासकर पश्चिमी माम्बलम, तेनाम्पेट, और सैदापेट जैसे क्षेत्रों से लोग आकर्षित हुए। भाजपा ने तमिलनाडु में अपना अभियान तेज किया और मोदी जी के समर्थकों के विचारों को जानने के लिए टी.नगर की सड़कों पर उतरा।
आज दौसा में पीएम मोदी का रोड शो, ये रास्ते रहेंगे बंद, घर से निकलने से पहले जरूर चेक
दौसा में भी प्रधानमंत्री मोदी के समर्थन में धूमधाम से रोड शो का आयोजन किया गया है। यहां पर भी पूरा शहर मोदी जी के नाम पर उत्साह से भरा हुआ है। इसके लिए पूरे प्रशासन ने अलर्ट मोड पर रहकर तैयारियां की हैं। रोड शो के दौरान यातायात को व्यवस्थित करने के लिए वाहनों का रूट बदला गया है ताकि लोगों को किसी प्रकार की असुविधा ना हो।
यातायात के परिवर्तन के बारे में जानकारी के अनुसार, दौसा शहर में रोड शो के समय वाहनों का प्रवेश पूरी तरह से वर्जित रहेगा। प्रधानमंत्री मोदी जी दौसा शहर के गांधी सर्किल से गुप्तेश्वर रोड तक रोड शो करेंगे। इसके अलावा, जनसंघ के समय के कार्यकर्ता भी मोदी जी से मुलाकात करेंगे।
दौसा एसपी रंजीता शर्मा ने यातायात को नियंत्रित करने के लिए तैयारियों की बात कही। रोड शो के दौसा शहर में पीएम के रोड शो के दृश्य को देखते हुए, जिला यातायात पुलिस ने यातायात को प्रभावी ढंग से प्रबंधित करने के लिए कड़ी मेहनत की है। इससे सुनिश्चित होगा कि रोड शो के दौरान लोगों को किसी भी प्रकार की असुविधा नहीं हो।
इस अद्भुत समारोह के माध्यम से लोगों में जोश और उत्साह का संचार होगा, जो न केवल चुनावी प्रक्रिया को मजबूत करेगा, बल्कि भारतीय लोकतंत्र की महत्वपूर्ण धारा को भी मजबूत करेगा।