सलमान खान के घर पर हुई फायरिंग के मामले में पुलिस की सबसे पुख्ता थ्योरी सामने आई है। इस घटना के पीछे लॉरेंस बिश्नोई का हाथ हो सकता है।
Salman Khan and Lawrence Bishnoi Case
जब सलमान खान पर एक हमले की कोशिश की गई, तो यह न केवल एक मामूली संघर्ष की कहानी थी, बल्कि यह एक बड़ी साजिश के पर्दे के पीछे छिपी हुई रहस्यमयता की भी कहानी थी। सलमान खान, भारतीय सिनेमा के इकोन और लॉरेंस बिश्नोई, एक खतरनाक गैंगस्टर, के बीच के इस नाते में अजीब से रहस्य हैं।
2019 में पहली बार, लॉरेंस बिश्नोई का एक शूटर, संपत नेहरा, मुंबई गया और सलमान खान के गैलेक्सी अपार्टमेंट के पास जा कर हमला करने की कोशिश की थी। हालांकि, उनकी कम रेंज की वजह से उन्होंने हमले की योजना को टाल दिया।
इस घटना के बाद, लॉरेंस बिश्नोई के भाई अनमोल बिश्नोई ने फेसबुक पर एक पोस्ट किया, जिसमें उन्होंने सलमान खान के खिलाफ आरोप लगाए। उन्होंने लिखा कि जो फैसला जंग की राह में हो, उसे स्वीकार किया जाए। इस पोस्ट के माध्यम से उन्होंने अपनी ताकत को दिखाने का प्रयास किया।
इस मामले में रहस्यमयता के बावजूद, लोगों के मन में यह प्रश्न है कि क्या इसमें और कितनी गहराई है और क्या इसका रिश्ता फिल्म इंडस्ट्री के बाहर की किसी और दुनिया से है।
क्या सलमान खान के घर पर चली गोलियों के पीछे लॉरेंस बिश्नोई का हाथ है
सूत्रों के मुताबिक, इस घटना का पहला कारण यह है कि सलमान खान को लॉरेंस बिश्नोई गैंग की धमकियों से अवगत कराया जा सके। दूसरा कारण है कि यह घटना मुंबई के दौलतमंदों से एक्सटॉर्शन का एक मामूली प्रयास हो सकता है।
लॉरेंस बिश्नोई गैंग का नाम गुनाहों के क्षेत्र में डर और भय फैलाने में प्रसिद्ध है। इस गैंग का लक्ष्य विभिन्न क्षेत्रों में अपनी शक्ति और अधिकार की अभिवादना करना है। लॉरेंस बिश्नोई गैंग का अन्य गैंगों के साथ घनिष्ठ संबंध हैं, जिन्हें वे सहायता प्रदान कर सकते हैं या उनके साथ संघर्ष कर सकते हैं।
लॉरेंस बिश्नोई गैंग के कारनामे भारत के विभिन्न हिस्सों में सुने जाते हैं। उनकी गतिविधियों के चलते लोगों में भय का माहौल बना रहता है। इनके द्वारा किए गए अपराधों की सीमा स्वतंत्रता के निर्माण में भी आरोपित होती है।
मुंबई के दौलतमंदों के साथ होने वाले एक्सटॉर्शन के प्रयासों की संख्या में वृद्धि हो रही है। यह लोगों के धन को बचाने के लिए किए जाने वाले अपराध हैं। ऐसे प्रयासों के जरिए वे धन का वसूली करने का प्रयास करते हैं। एक्सटॉर्शन के माध्यम से वे व्यक्तिगत और व्यापारिक धन को अपने कब्जे में करने का प्रयास करते हैं। इसके परिणामस्वरूप, लोगों के धन की सुरक्षा पर खतरा बढ़ जाता है।