सरबजीत सिंह की मौत के पीछे की दहशत भरी कहानी भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष के दौरान एक अहम घटना बनी। उन्हें जासूसी और आतंकवाद के दोषी माना गया था, और वे लाहौर की कोट लखपत जेल में कई साल तक बंद रहे। उनकी मौत सन में हमले के दौरान हो गई थी, जिसमें कई कैदियों ने उनपर हमला किया था।
Sarabjit Singh’s Death Cause
सरबजीत सिंह की मौत का कारण, जिन्हें जासूसी और आतंकवाद के दोषी ठहराया गया था, के बाद लाहौर की कोट लखपत जेल में 22 साल बिताए जाने के बाद हुआ। उनकी मौत 2013 में हुई थी, जब कैदियों के हमले में उनकी मौत हो गई। इस हमले में उनके एक हमदर्द अमीर सरफराज तांबा को गोली मार दी गई थी।
इस संदर्भ में, 11 साल के बाद एक और अमीर हमलावर सरफराज तांबा को गोली मार दी गई। इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना ने फिर से देशों के बीच तनाव को उभारा है।
भारत और पाकिस्तान के बीच सीमा संबंध और आतंकवादी घटनाओं का इतिहास विवादों से भरा है। सरबजीत सिंह का मामला भी इसी श्रेणी में आता है। उन्हें न्याय नहीं मिला और उन्हें जासूसी और आतंकवाद के दोषी माना गया। इस परिस्थिति में, उन्हें उनके देश के लिए शहीद के रूप में स्मरण किया जाता है।
How Sarabjit Singh Died?
2013 में, सरबजीत को जेल के अंदर हमला हुआ था। यह हमला पाकिस्तान की कोट लखपत जेल में हुआ था। हमले के कारण, उन्हें हाफिज सईद के करीबी अमीर सरफराज तांबा ने पॉलीथीन से गला घोंटकर और पीट-पीटकर मार डाला था। परिणामस्वरूप, सरबजीत की जान चली गई।
पिछले सप्ताह, अज्ञात बंदूकधारियों ने लाहौर में अमीर सरफराज तांबा पर हमला किया। इस हमले के परिणामस्वरूप, उन्हें नाजुक हालत में अस्पताल में ले जाया गया, जहां उनकी मौत हो गई।
सरबजीत को कैसे मारा गया था
अमीर सरफराज तांबा लश्कर-ए-तैयबा के संस्थापक हाफिज सईद के करीबी थे। हमले के दौरान, वह एक मोटरसाइकिल पर सवार थे। उन्हें गोलियों से भून दिया गया और उन्हें गंभीर हालत में अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी मौत हो गई।
इसके अलावा, ISI के इशारों पर ही उन्होंने सरबजीत सिंह पर हमला किया था। इस हमले का मास्टरमाइंड सरफराज तांबा था। सरबजीत सिंह का जीवन परिचय उनकी यात्रा के रूप में है, जो अपने बारे में अनजान नहीं है। उनका जीवन संघर्ष से भरा है, जिसमें उन्होंने अपने देश के लिए बहुत कुछ साझा किया। उनकी मौत एक विवाद से भरी थी, जो आज भी लोगों के दिलों में गहरे असर छोड़ता है।
अमीर सरफराज तांबा की बेरहमी से मारा गया था सरबजीत को:
पाकिस्तान में अंडरवर्ल्ड डॉन अमीर सरफराज की हत्या कर दी गई है। उन्हें अज्ञात हमलावरों ने हमला किया और अब उनकी मौत की पुष्टि की गई है। समझने वाली बात यह है कि अमीर सरफराज वही शख्स है जिसने जेल में भारत के सरबजीत की हत्या की थी। अब उन्हें भी अज्ञात हमलावरों ने मार डाला है।
इस संदर्भ में यह भी महत्वपूर्ण है कि ISI के इशारों पर ही जेल के अंदर सरबजीत की बेरहमी से हत्या की गई थी। उस हत्या का मास्टरमाइंड सरफराज था, जिसने गला घोंटकर घों सरबजीत को मार डाला था।
इस प्रकरण से साफ होता है कि सरबजीत सिंह की मौत का एक नया चेहरा सामने आया है, जो कई पहलुओं में दर्शाता है कि आतंक की धारा अब भी बहुत हावी है। सरकारों को इस बात पर विचार करना चाहिए कि वह ऐसी घटनाओं को कैसे रोक सकती हैं और अपने नागरिकों की सुरक्षा कैसे बढ़ा सकती है।