बॉलीवुड के ‘दंबग’ सलमान खान के घर की दीवारों से निकली गोलियों की दहशत ने देश को हिला दिया। लेकिन इस घटना के पीछे छिपे हुए राज को खोलने का काम अब आरम्भ हो चुका है। इस नए रोमांचक चर्चा में, हम जानेंगे कि फिल्मी दुनिया के इस बड़े स्टार के घर की फायरिंग के पीछे छिपी है क्या कहानी।
कौन हैं सलमान के घर फायरिंग में गुजरात से पकड़े गए दोनों आरोपी?
सलमान खान के घर के बाहर फायरिंग करने वाले दो आरोपियों को मुंबई पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इन दोनों आरोपियों का नाम है – विक्की साहब गुप्ता और सागर श्रीजोगेन्द्र पाल। ये दोनों ही शूटर कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के गैंग के सदस्य हैं।
विक्की साहब गुप्ता की आयु 24 वर्ष है, जबकि सागर श्रीजोगेन्द्र पाल 21 वर्ष का है। दोनों को गुजरात से गिरफ्तार किया गया है।
विक्की साहब गुप्ता और सागर श्रीजोगेन्द्र पाल
इस घटना के पीछे बिहार कनेक्शन की भी एक कहानी है। यहाँ दोनों शूटर मोतिहारी ज़िले के ग्राम मसही तहसील नरकटिया के रहने वाले हैं। मुंबई पुलिस ने इन आरोपियों के आपराधिक इतिहास को लेकर बिहार पुलिस से संपर्क किया है।
विक्की साहब गुप्ता और सागर श्रीजोगेन्द्र पाल गुजरात से गिरफ्तार हुए हैं। ये दोनों लॉरेंस बिश्नोई के गैंग के सदस्य हैं। उनके आरोपों की जाँच तेज़ी से चल रही है। इस मामले में बिहार की पुलिस भी सक्रिय रूप से सहायता कर रही है। (रिपोर्ट्स के अनुसार)
बिहार की पुलिस की कड़ी नजर
इस मामले में बिहार की पुलिस भी सतर्क है। यहाँ पर ADG लॉ एंड ऑडर संजय सिंह ने बताया कि राज्य की पुलिस हर संभव मदद करेगी। पूर्व में भी बिहार से लॉरेंस बिश्नोई गैंग के शूटर्स को गिरफ्तार किया गया है।
इंडो-नेपाल बॉर्डर पर भी गिरफ्तारी
बिहार में इंडो-नेपाल बॉर्डर से भी लॉरेंस बिश्नोई गैंग के लोगों की गिरफ्तारी हुई है। मुंबई में इस घटना के बाद पुलिस की एक टीम बिहार जा रही है और मोतिहारी ज़िला में मामले की जांच करेगी।
टीम की आगे की कार्रवाई
फायरिंग मामले में लॉरेंस बिश्नोई से मुंबई क्राइम ब्रांच की टीम पूछताछ कर सकती है। इसके लिए एक टीम गुजरात के साबरमती रवाना होगी। क्योंकि लॉरेंस बिश्नोई वर्तमान में साबरमती जेल में बंद है।
इस पूरे मामले से स्पष्ट होता है कि बॉलीवुड सेलिब्रिटी के घर के बाहर हो रही हिंसा और अपराध के पीछे गैंगस्टरों का हाथ है। इससे सामाजिक सुरक्षा की स्थिति पर सवाल उठता है, और यह सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है कि ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कठोर कानूनी कार्रवाई की जाए।