दिया दादी को धोखा फिर भी लोग कर रहे पोते की तारीफ- लोगों ने इस दादी के पोते की काफी तारीफ की, मामला है मामला चीन के पूर्वोत्तर प्रांत लियाओनिंग का है। एक पोते ने डीपफेक टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर अपनी ही दादी को धोखा दिया। आप जब इस पूरे मामले को समझेंगे तब आपको राज़ का पता चलेंगे।
जब Deepfake तकनीक का इस्तेमाल होता है, तो कुछ अद्भुत चीजें होती हैं, जो हमें वाहवाही देने पर मजबूर कर देती हैं। एक ऐसा ही मामला हाल ही में आया सामने, जहां एक व्यक्ति ने अपनी दादी के साथ Deepfake के जरिए अनोखी बातचीत की। यह कहानी सुनकर आपको भी आश्चर्य होगा कि इस्तेमाल कर रहा था उसने ऐसा क्यों, लेकिन जब आप इसकी पृष्ठभूमि को समझेंगे, तो आपके मुँह से भी तारीफें निकलेंगी।
दादी का प्यार
यह घटना 91 वर्षीय एक महिला के चीनी प्रांत की है, जो अपने बेटे के मृत्यु की खबर से अनजान थीं। उनके पिता की मौत के बाद, उन्हें और उनका परिवार सच्चाई छुपाने में लगे रहे। इस समय, उनके पोते ने एक नई चाल अपनाई, जिसने सोशल मीडिया पर धूम मचा दी।
Deepfake तकनीक
साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट के अनुसार, यह पोता ने Deepfake तकनीक का इस्तेमाल करके अपनी दादी को उसके बेटे की मौत की सच्चाई बताई। उनकी दादी एक कमजोर स्थिति में थीं और उन्हें यह बात सुनाने के लिए उसका बेटा अस्पताल में इलाज में है, यह कहा गया। इससे उन्हें आराम मिला और वह अधिक चिंतित नहीं हुईं।
रिपोर्ट के अनुसार, पोता ने पिता की पुरानी तस्वीरों का इस्तेमाल किया और उनके चेहरे को अपने चेहरे पर फिट किया। इसके अलावा, वह उनकी आवाज की नकल भी करने का प्रयास किया। इस प्रक्रिया के बाद, उन्होंने एक वीडियो बनाया, जिसमें वह पिता बनकर उनकी मां से बातें कर रहे थे। यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया और लाखों लोगों का ध्यान खींचा।
दिल जीता
चीनी सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म डॉयिन पर इस वीडियो का वायरल होना शुरू हो गया है। उसने लोगों को गहरे आंसू और मुस्कान दोनों की भावनाओं में ले जाया। लोगों ने उसकी साहसी कल्पना और प्रेम के प्रति सराहना की है।
इस घटना ने हमें एक बार फिर से यह सिखाया है कि तकनीक की शक्ति केवल तकनीक से नहीं, बल्कि हमारे भावनाओं और संवेदनशीलता से भी है। Deepfake जैसी तकनीक का उपयोग करने के बजाय, हमें अपने प्रेमी और परिवार के साथ सही और ईमानदारी से संवाद करने की आवश्यकता है।
यह हमारे जीवन को सजावट और रंगीनता देने के बजाय, अपनी सोच और भावनाओं के अभिव्यक्ति में हमें मदद कर सकती है। इस बात को ध्यान में रखते हुए, हमें तकनीक के उपयोग में सावधानी बरतनी चाहिए, ताकि हमारा उपयोग समाज के लिए सकारात्मक हो और नकारात्मक नहीं। इससे हम एक सशक्त और सामाजिक भविष्य की ओर अग्रसर हो सकते हैं।