AI की मदद से 15 Sec. में बनाये क्लोन- ChatGPT बनाने वाली कंपनी OpenAI, अब एक ऐसा AI टूल बना रही है, जो आवाज का क्लोन बना देगा, वो भी महज 15 सेकंड सुनकर। दरअसल, OpenAI अब ‘Voice Engine’ नाम के एक नए टूल पर काम कर रहा है। इस नए टूल का उपयोग किस तरह किया जा सकता है और इसके द्वारा किस तरह की आवश्यकताओं को पूरा किया जा सकता है, यहां जानिए।
आवाज का क्लोन
OpenAI द्वारा विकसित ‘Voice Engine’ एक AI टूल है, जो केवल 15 सेकंड के लिए वॉयस सैंपल सुनकर उसका क्लोन बना सकता है। यानी इतनी कम देर सुनने के बाद भी, ठीक वैसी ही आवाज बना देता है। इस नए टूल का उपयोग किस तरह किया जा सकता है और इसका दुरुपयोग क्या हो सकता है, यह जानने के लिए हमें इसके कार्यात्मक अंतर्दृष्टि पर ध्यान केंद्रित करना होगा।
Voice Engine
इस नए टूल का उपयोग कई अलग-अलग क्षेत्रों में किया जा सकता है। एक ब्लॉग पोस्ट में, OpenAI ने खुलासा किया कि उसने हाल ही में वॉयस इंजन नाम के एक मॉडल का एक छोटा टेस्ट किया है।
यह मॉडल टेक्स्ट इनपुट और किसी व्यक्ति की आवाज का 15 सेकंड का छोटा ऑडियो सैंपल ले सकता है, और फिर स्पीच उत्पन्न कर सकता है, जो हूबहू ओरिजिनल स्पीकर के समान लगती है। यह बेहद प्रभावशाली है कि केवल एक छोटे से सैंपल के साथ भी, यह मॉडल ऐसी आवाजे बना सकता है जो इमोशनल और रियलिस्टिक लगती हैं।
इस नए टूल का उपयोग किस तरह से किया जा सकता है, यहां हमें इसके कुछ संभावित उपयोगों पर ध्यान केंद्रित करना होगा:
शिक्षा में उपयोग
वॉयस इंजन उन लोगों की मदद कर सकता है जो अच्छी तरह से नहीं पढ़ सकते हैं, जिनमें बच्चे भी शामिल हैं। हम टेक्स्ट को जोर से पढ़ने के लिए नैचुलर लगन वाली आवाज प्रदान करके उनकी मदद कर सकते हैं। इसका उपयोग एज ऑफ लर्निंग जैसी कंपनियों द्वारा एजूकेशन कंटेंट बनाने के लिए किया जा रहा है।
वॉयस इंजन ओरिजनल स्पीकर की आवाज का उपयोग करके वीडियो और पॉडकास्ट का विभिन्न भाषाओं में अनुवाद कर सकता है, जो वैश्विक दर्शकों तक पहुंचने में सहायक है। हेजेन जैसी कंपनियां पहले से ही अपने विज़ुअल स्टोरीटेलिंग प्लेटफॉर्म के लिए इस फीचर का उपयोग कर रही हैं।
क्लिनिकल सेटिंग्स में, मरीजों को उनकी आवाज पुनः प्राप्त करने में मदद करने के लिए वॉयस इंजन का इस्तेमाल किया जा रहा है। डॉक्टर्स ने इसका उपयोग एक मरीज की आवाज को बहाल करने के लिए किया है, जिसने ब्रेन ट्यूमर के कारण अपनी आवाज खो दी थी।
चुनौतियाँ और सुरक्षा के पहलू
इसके फायदों के बावजूद, इसके दुरुपयोग की चिंताएं भी हैं, खासकर चुनावी मौसम के दौरान। OpenAI अलग-अलग पार्टनर्स के साथ मिलकर काम कर रहा है और दुरुपयोग को रोकने के लिए सुरक्षा उपाय लागू कर रहा है। वे संवेदनशील जानकारी के लिए साउंड-बेस्ड ऑथेंटिकेशन को चरणबद्ध तरीके से समाप्त करने और एआई क्षमताओं और सीमाओं के बारे में जनता को शिक्षित करने जैसी सावधानियां भी सुझा रहे हैं।
इसी के साथ, OpenAI का मानना है कि लोगों के लिए सिंथेटिक वॉयस तकनीक की क्षमता को समझना महत्वपूर्ण है और इसकी चुनौतियों और अवसरों का समाधान करने के लिए पॉलिसी मेकर्स, शोधकर्ताओं और डेवलपर्स के साथ बातचीत के लिए तैयार है।
उल्लेखनीय रूप से, वॉयस इंजन की संभावित उपयोगिता और सामाजिक प्रभाव के साथ-साथ इसके नाना-मुना उपयोग के संभावित असरों का ध्यान रखना भी महत्वपूर्ण है। इससे पहले कि यह तकनीक अधिक उपयोग में आए, समाज को इसके संभावित फायदों और नुकसानों को गहराई से विचार करना होगा।
सार्वजनिक रूप से जब यह तकनीक उपलब्ध होगी, तब सोशल मीडिया, शिक्षा, स्वास्थ्य, और कई अन्य क्षेत्रों में इसका उपयोग बड़े पैमाने पर हो सकता है। इसलिए, इसे संज्ञान में लेते हुए, सुरक्षा और नैतिकता के मामले में सावधानी बरतना होगा ताकि यह तकनीक मानव समाज के लिए सकारात्मक रूप से उपयोगी हो सके।
इसके साथ ही, इस प्रौद्योगिकी का समय-समय पर मूल्यांकन करते रहना भी महत्वपूर्ण है ताकि हम उसके संभावित दुष्प्रभावों को सामने कर सकें और उनका सामाधान कर सकें।